मेरे दोस्त तुम भी लिखा करो शायरी;
तुम्हारा भी मेरी तरह नाम हो जाएगा;
जब तुम पर भी पड़ेंगे अंडे और टमाटर;
तो शाम की सब्जी का इंतज़ाम हो जाएगा।
तुम्हारा भी मेरी तरह नाम हो जाएगा;
जब तुम पर भी पड़ेंगे अंडे और टमाटर;
तो शाम की सब्जी का इंतज़ाम हो जाएगा।
Comments
Post a Comment