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Showing posts from February, 2014

तेरे बिना

तेरे बिना हर एक रात हम पे भारी है, करवटें बदल बदल के हमने रात गुजारी है। खवाबो ने तो रुखसती ले ही ली थी, अब नींद तुम्हारी बारी है। एक तुम्हारे इंतजार में पलकों पे सितम जारी है, आज तो कट गयी अब कल की तैयारी है।

तुमको छोड़े देर हुई

शीशम अब तक सहमा सा चुपचाप खड़ा है, भीगा भीगा ठिठुरा ठिठुरा. बूँदें पत्ता पत्ता कर के, टप टप करती टूटती हैं तो सिसकी की आवाज आती है! बारिश के जाने के बाद भी, देर तलक टपका रहता है ! तुमको छोड़े देर हुई है-- आँसू अब तक टूट रहे हैं

दर्द अपनाता है

दर्द अपनाता है पराए कौन कौन सुनता है और सुनाए कौन कौन दोहराए वो पुरानी बात ग़म अभी सोया है जगाए कौन वो जो अपने हैं क्या वो अपने हैं कौन दुख झेले आज़माए कौन अब सुकूँ है तो भूलने में है लेकिन उस शख़्स को भुलाए कौन आज फिर दिल है कुछ उदास उदास देखिये आज याद आए कौन.

Apni Yaadein

Apni Yaadein Apni Baate Lekar Jana Bhul Gaye Jane Wale Jaldi Mai Milkar Jana Bhul Gaye Mur-Mur Kar Dekha Tha Jaate Raste Mai Usne Jese Use Kuch Kehna Tha Jo Wo Kehna Bhul Gaye Waqt-E-Rukhsat Poch Raha Tha Mere Aansu Apne Aanchal Se.. Usko Gham Tha Itna K Wo Khud Rona Bhul Gaye.!!